सोमवार, 6 अप्रैल 2020

जीवन के पांव _


जीवन के पांव
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मौत के सन्नाटे में जीवन के पाँव
लेकर पहुचते हैं
आलू टमाटर प्याज धनियां मिर्च
कभी सेव संतरे अंगूर
कभी दूध के पैकेट
हमारे स्वाद और सेहत में
तलाशते अपना जीवन ,
हम खौफ से देखते हैं
उनके बेखौफ चेहरों में
मौत के निशान,
हम नहीं देख पाते
उनके जीवन में छिपा
मौत को पराजित करने का सामर्थ ,
उनकी मौत से कितनी अलग है
डरी और सहमी हमारी मौत ,
जीवन को बचाता जीवन और
मौत के डर से भागता जीवन
कितने बड़े है हमसे यह और
कितनी बड़ी है हमसे
इनकी शानदार मौत ।

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